जिला शिक्षा विभाग द्वारा उत्कृष्ट कार्य के लिए रूपरेखा तैयार किया गया — जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद पटेल ने बिलाईगढ़ विकासखंड के प्राचार्यों की ली बैठक, कहा लापरवाही बर्दाश्त नहीं

(मदन खाण्डेकर/(करन साहू)

बिलाईगढ़।  सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद पटेल ने सेजेस भटगांव में विकासखंड बिलाईगढ़ के प्राचार्यों की एक मैराथन समीक्षा बैठक लिया। उनके द्वारा बैठक में सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले की शिक्षा विभाग को उत्कृष्ट कार्य कर नौ-निहालों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर प्रयास करने के प्रारूप की घोषणा की। श्री पटेल ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा की व्यवस्था रहेगा, इसमें बाधा उत्पन्न करने वाली किसी भी तत्व या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले के अंदर समस्त शालाओं और स्कूलों की ग्रेडिंग कर समग्र रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली शालाओं/संकुलों को साल के अंत में पुरस्कृत करने की बात कही। उन्होंने आगे कहा कि संकुलों और स्कूलों की ग्रेडिंग के लिए इस साल कुल 20 मानक तय किए गए हैं, जिनके आधार पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली संकुलों/शालाओं का चयन किया जाएगा। ये मानक निम्नानुसार है– (1) शाला/संकुलों की कुल दर्ज संख्या, जिस स्कूल/संकुल की दर्ज संख्या विकासखंड में सर्वाधिक होगी, उस शाला/संकुल को 10 अंक दिए जाएंगे, दर्ज संख्या कम होने पर आनुपातिक रूप से क्रमशः 9,8,7,6 ….. इसी प्रकार से अंक दिए जाएंगे। (2) गत वर्ष से इस वर्ष दर्ज संख्या में वृद्धि– दर्ज संख्या में सर्वाधिक वृद्धि करने वाली शाला/संकुल को 10 अंक तथा अपेक्षाकृत कम वृद्धि करने वाली शालाओं को आनुपातिक रूप से 9,8,7,6…. अंक दिए जाएंगे।(3) विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति के आधार पर सर्वाधिक उपस्थिति प्राप्त करने वाली शाला/संकुल को 10 अंक, (4) स्काउटिंग/गाइडिंग पर प्रदर्शन के आधार पर 10 अंक (5) रेडक्रॉस में प्रदर्शन के आधार पर 10 अंक (6) पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर 10 अंक (7) शाला के सामानों/दस्तावेजों के रख-रखाव पर 10 अंक (8) खेलकूद में सहभागिता के आधार पर 10 अंक (9) जानकारी का शीघ्र प्रेषण के आधार पर 10 अंक (10) शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की ड्रेस कोड पर 10 अंक (11) परीक्षाफल पर 10 अंक (12) सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रदर्शन के आधार पर 10 अंक (13) साफ-सफाई और स्वच्छता पर 10 अंक (14) प्रसाधन कक्षों की सफाई पर 10 अंक (15) मीनू के अनुसार उत्कृष्ट मध्यान्ह भोजन संचालन पर 10 अंक (16) शिक्षकों की शाला में समयबद्धता और समय के पाबंद होने के आधार पर 10 अंक (17) योगा, प्रणायाम,व्यायाम पर 10 अंक (18) प्रायोगिक कार्य एवं प्रयोगशाला के सामानों के रख-रखाव एवं अभिलेखों के संधारण पर 10 अंक (19) दीवालों के रंग-रोगन, लिपाई-पुताई एवं नीति वाक्यों के लेखन तथा साज-सज्जा पर 10 अंक — इस प्रकार चिन्हित कुल 20 मानकों में से प्रत्येक मानक पर 10 अंकों के मान से कुल 200 अंक रखे गए हैं, जिसके आधार पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली शाला/संकुलों का चयन किया जाएगा तथा सभी शालाओं/संकुलों की ग्रेडिंग की जाएगी। सभी शालाओं/संकुलों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। शालाओं में अनुशासन व्यवस्था बनाए रखने के लिए संकुल प्राचार्यों को व्यापक अधिकार दिए जाने की बात कही। किसी भी शाला के शिक्षकों की अवकाश स्वीकृति, उपस्थिति प्रतिवेदन से लेकर प्रायः सभी कार्य संकुल प्राचार्यों के माध्यम से ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तक भेजे जाने की बात कही गई।
इस विभागीय समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद पटेल, विकासखंड शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण साहू, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वय राजेश कुमार भोई एवम दिव्य प्रकाश सोनी, विकासखंड स्रोत समन्वयक मेंदराम साहू, सेजेस बिलाईगढ़ के प्राचार्य नरेन्द्र कुमार साहू, सेजेस भटगांव प्राचार्य गिरजाशंकर धीवर, सेजेस पवनी प्राचार्य अरुण कुमार साहू सहित विकासखंड बिलाईगढ़ के सभी शालाओं के प्राचार्य उपस्थित थे।