ग्राम जमरगी (बी) में मनरेगा लघु तालाब निर्माण में घोटाले का आरोप, ग्रामीणों ने उठाई आवाज

(बबलू तिवारी)

पत्थलगांव। ग्राम जमरगी (बी) के झिंगरेल बस्ती में मनरेगा योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में स्वीकृत लघु तालाब निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत सचिव और रोजगार सहायक ने मिलीभगत कर न केवल काम में लापरवाही बरती, बल्कि मृतक हितग्राही स्व. बीरो राम की फर्जी हाजिरी बनाकर भुगतान भी उठा लिया।स्व. जोहन वल्द घुड़ा के नाम पर स्वीकृत ₹2.60 लाख की राशि से तालाब निर्माण आज तक अधूरा पड़ा है। इस बीच, काम करने वाले छह हितग्राहियों को आज तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार, महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम 2005 की धारा 3(3) के अनुसार भुगतान 15 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए था, अन्यथा मुआवजे का प्रावधान है, जो अब तक नहीं दिया गया है। ग्रामीण संतोष खलको ने बताया कि सचिव और रोजगार सहायक ने बिना काम किए 19 लोगों की फर्जी हाजिरी बनाकर उनके रिश्तेदारों के खातों में भुगतान कर दिया। इसके अलावा, वर्ष 2021-22 में कराए गए ऑडिट निरीक्षण में भी अनियमितता बरती गई न तो हितग्राहियों को सूचित किया गया, न ही मौके पर जाकर वास्तविकता की जांच की गई। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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