63 राजस्व ग्राम व 26 पटवारी हल्का मिलाकर बिजुरी को बनाई जाएगी तहसील

(संजीत सोनवानी)

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद राजस्व विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव-

28 वर्ष पहले बिजुरी को मिला था उप तहसील का दर्जा-

बिजुरी। शुक्रवार 16 अगस्त को प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव द्वारा अनूपपुर में कार्यक्रम के दौरान भिन्न-भिन्न घोषणाओं के साथ उप तहसील बिजुरी को पूर्ण तहसील बनाने का घोषणा भी किया गया है। मुख्यमंत्री के घोषणा बाद से राजस्व विभाग द्वारा बिजुरी को पूर्ण तहसील बनाने कि कवायद शुरू कर दिया गया है। राजस्व विभाग द्वारा 63 राजस्व ग्राम एवं 26 पटवारी हल्का बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसकी सीमा खोडरी, बेलगांव, कोठी तथा बैहाटोला तक निर्धारित की गई है।

वर्तमान में यहां सिर्फ दो दिन होते हैं राजस्व संबंधी कार्य-

वर्तमान समय में उप तहसील बिजुरी अन्तर्गत अभी सिर्फ दो दिवस ही राजस्व सम्बंधित कार्य संचालित हैं। वहीं अधिकांश कार्यों के लिए बिजुरी सहित समीपवर्ती लोगों को कोतमा जाना पड़ता है। जिसकी दूरी बिजुरी से लगभग 21 किलोमीटर है। बिजुरी नगर में तहसील कार्यालय प्रारंभ हो जाने से नगर सहित समीपवर्ती लोगों को निश्चिततौर पर राहत मिलेगी, कारण राजस्व संबंधी कार्यों के लिए लोगों को कोतमा से निजात मिल जाएगा।

28 वर्ष पूर्व मिला था बिजुरी को उप तहसील कि मान्यता-

28 साल पहले वर्ष 1996 में बिजुरी को उप तहसील के रूप में मान्यता मिली थी। जिसके बाद उप तहसील कार्यालय का संचालन उन दिनों सीएमपीडीआई कॉलोनी में प्रारंभ किया गया था। एवं संचालन सप्ताह में एक या दो दिन ही होता था। कुछ समय बाद उप तहसील का संचालन पूर्णतः बंद भी हो गया था। लेकिन कुछ वर्षों पश्चात उप तहसील कार्यालय पुनः प्रारंभ किया गया। जिसका संचालन कुछ समय तक नगर पालिका कार्यालय समीप स्थित आंगनबाड़ी भवन में प्रारम्भ किया गया। बाद में उप तहसील भवन निर्मित होने बाद से संचालन अब उप तहसील भवन में संचालित है।