विकासखण्ड स्तरीय चार दिवसीय FLN ब्लेंडेड मोड शिक्षक प्रशिक्षण का सफल आयोजन सम्पन्न, 794 शिक्षक शिक्षिकाओं ने लिया भाग

(मानस साहू)

कसडोल। विकासखंड कसडोल जोन के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ इंग्लिश मीडियम के सभागार में मां सरस्वती की पूजा अर्चना, राज्य और राष्ट्र गीत गाकर प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी आर के देवांगन, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक अरविन्द कुमार ध्रुव, सेजेस प्राचार्य संतोष कुमार वर्मा एवं लेखापाल आर डी पटेल उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए। तत्पश्चात तीनो जोन का शुभारंभ विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा वर्चुवल तरीके से किया गया । अपने उद्बोधन उन्होंने सभी शिक्षको को बच्चो के सर्वांगीण विकास में विशेष ध्यान देने की बात कही विकास खण्ड स्तरीय FLN प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से राज्य स्तरीय स्रोत व्यक्ति योगेश्वर कुमार साहू, कसडोल जोन के जिला स्तरीय स्रोत व्यक्ति खिलावन पैकरा, गजेंद्र कैवर्त, जगन्नाथ देवांगन, शकुंतला साहू। कोटियाडीह जोन से जिला स्तरीय स्रोत व्यक्ति महादेव जायसवाल, तुलसी साहू, द्वारिका देवांगन, उदित नारायण पैकरा एवं नवागांव जोन से जिला स्तरीय स्रोत व्यक्ति श्याम सुंदर कैवर्त्य, शान्ति साहू, संतोष कैवर्त्य इन सभी के प्रशिक्षण कौशल ने प्रशिक्षण सफल बनाया। इसी कड़ी में डायट रायपुर FLN प्रभारी बलौदाबाजार लेख राम वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय जिला मिशन समन्वयक एम. एल. ब्रह्मणी एवं पेडागोजी प्रभारी जहीर अब्बास बलौदाबाजार भाटापारा का विशेष योगदान रहा

FLN प्रशिक्षण कार्यक्रम का पहला दिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण बिंदुओं से प्रारंभ हुआ। अब हमारी शिक्षा प्रणाली 5+3+3+4 पैटर्न पर आधारित होगा । नई शिक्षा नीति बच्चों को रटने रटाने की पद्धति से अलग खेल खेल में शिक्षा कैसे प्राप्त करें ,व्यवसायिक शिक्षा, भय मुक्त वातावरण, गतिविधि आधारित शिक्षण, पढ़ने के बजाय पढ़ना को कैसे पढ़ते हैं इस पर अधिक जोर दिया गया है। इसके बाद NCF FS 2022 पर चर्चा परिचर्चा हुआ जो फाउंडेशन स्टेज है इसमें बच्चे के स्कूल की भाषा से अधिक घर की भाषा पर विशेष ध्यान दिया गया है। क्योंकि बच्चें घर की भाषा से परिचित होते हैं। इस भाषा में सीखने में सहज महसूस करते हैं। इसके बाद भाषा शिक्षण पर चर्चा परिचर्चा शुरू हुआ जिसमे भाषा शिक्षण के चार कौशल मौखिक भाषा, डिकोडिंग, पठन, लेखन पर विस्तार से चर्चा हुआ। तत्पश्चात अभ्यास पुस्तिका, शिक्षक संदर्शिका, पाठ्य पुस्तक पर विशेष कार्य किया गया।दूसरा दिन गणित शिक्षण के चारो कौशल जिसके मौखिक गणित, कौशल शिक्षण, कौशल अभ्यास, गणित खेल के बारे में चर्चा परिचर्चा हुआ। गणित के अभ्यास पुस्तिका में काम कैसे करें इस पर भी विस्तार से चर्चा हुआ। अब कक्षा शिक्षण योजना 4+1+1 पैटर्न पर होगा अर्थात पहले चार दिन कोई भी एक पाठ के मुख्य दक्षता पर बातचीत, उसके बाद पुनरावृति/ उपचारात्मक शिक्षण और उनके बाद आकलन करना है। इसके लिए मैने सीख लिया है नाम से अभ्यास पुस्तिका में कालम दिया हुआ है । बच्चे के आकलन होने के बाद आकलन ट्रैकर में उसको भरना है जैसे कि कोई बच्चा 50% या उससे कम प्राप्त करता है तो वह समूह एक में रहेगा जो 50%से अधिक प्राप्त करता है वह समूह दो में रहेगा। इस तरह पूरे भाषा को 26 सप्ताह में बाटा गया है जिसमे 13वे और 20वे सप्ताह में सावधिक आकलन है 26 वे सप्ताह में वार्षिक मूल्यांकन है इसी तरह गणित को भी 25सप्ताह में बाटा गया है जिसमे 13वे और 20सप्ताह में सावधिक आकलन और 25सप्ताह में वार्षिक मूल्यांकन होगा। प्रशिक्षण का तीसरा दिन नवाजतन पर चर्चा परिचर्चा शुरू हुआ। जिसमे शिक्षको को समय के साथ अपने आपको अपडेट होने के लिए कहा गया। क्योंकि हो अपडेट नहीं होगा वो आउट डेटेड हो जाएगा। इसमें प्रमुख रुप से ASER, NAS, PISA लेबल के बच्चो के बारे में विस्तार से बताया गया कि हम कैसे इनके साथ काम करें। इसके लिए हमे अपने शिक्षण शास्त्रीय रणनीति में बदलाव करना होगा अधिक से अधिक सीखना को और अधिक कैसे सीखते है इस कार्य करना है । अपने स्कूल में NAS, PISA लेबल के बच्चो की पहचान करना। नवाजतन के 6C के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा। ग्रुप लर्निंग, विषय मित्र, गली मित्र , पियर लर्निंग समूह में कार्य विभाजन । इसके बाद पुस्तकालय, ई जादूई पिटारा अब आपके मोबाईल के व्हाट्स एप पर नम्बर 9599961445 contact में सेव करके व्हाट्स एप में चला सकते है टोल फ्री नंबर 18002120173 IVRS की पैड मोबाईल के लिए 15108 का इस्तेमाल करके घर बैठे कहानी, कविता , पहेली, आज का प्रश्न आदि जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के समापन समारोह में पधारे सहायक संचालक महोदय के के गुप्ता ने सभी शिक्षको को स्कूल के समय-सारणी का अनिवार्य रूप से पालन करे| उन्होंने कहा कि यह मिशन 2026-2027 तक है 3 से 8 वर्ष तक के सभी बच्चों को बुनियादी भाषा और गणितय शिक्षण में पारंगत करना है ।

 यह कार्यक्रम मिशन मोड पर है 100 दिन का है जिसमे जिले को 100 स्कूल मिला है | हर ब्लॉक को 20 स्कूल FLN मॉडल स्कूल बनाना है जिससे FLN का लक्ष्य पूरा हो सके | अंत में उन्होने सभी शिक्षकों को नई शिक्षा नीति 2020 की इस नये कार्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बीआरसी कार्यालय के गोरेलाल साहू, खगेंद्र जायसवाल, सविता चाम्भारे, अनूप साहू, सत्यप्रकाश साहू, पुरुषोत्तम ध्रुव, चंद्रशेखर तिवारी, मटिया समन्वयक देवराम साहू, पूरेना सर, पारस वर्मा एवं नवागाँव से प्रभारी प्राचार्य पुरुषोत्तम डडसेना, अरविंद मांझी, नंदकुमार ठाकुर सभी का सहयोग अविस्मरणीय रहा। इस तरह एससीईआरटी रायपुर छत्तीसगढ़ का FLN प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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