नियम के विरुद्ध नहर पार को काट कर नहर लाइनिंग कार्य मामला टुंडरी के नहर क्रमांक 10 का

(मदन खाण्डेकर)
गिधौरी। जल संसाधन विभाग के द्वारा ग्राम टुंडरी में नहर लाइनिंग निर्माण कार्य में नियम विरुद्ध तरीके से नहर पार को काटकर ,इसी मिट्टी से नहर लाइनिंग कार्य किया जा रहा है जो कि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्राप्त समाचार के अनुसार ग्राम टुंडरी में नहर क्रमांक 10 में नहर लाइनिंग का कार्य जल संसाधन विभाग के संबंधित ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है ठेकेदार ने 30 से 35 साल पुराना नहर पार को ही काटकर इसी मिट्टी से नहर लाइनिंग का कार्य किया जा रहा है जबकि जानकारों की माने तो नहर पार को किसी भी सूरत में काटा नहीं जा सकता क्योंकि इसमें किसानों को एवं उनके साधनों को गाड़ियों ,ट्रैक्टर, बैलगाड़ी ,हार्वेस्टर सभी को इस नहर पार से होकर आना-जाना होता हैं ।नहर पार को ही काट दिए जाने से किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
उक्त नहर लाइनिंग कार्य ग्राम टुंडरी में नहर क्रमांक 10 में चल रहा है जहां पर पोकलेन मशीन से नहर पार जो की 15 से 20 फीट चौडा था ,इसे काटकर उड़ा दिया गया है और इसी मिट्टी से ही नहर लाइनिंग कार्य में नियम विरुद्ध तरीके से निर्माण कार्य किया जा रहा है ।जबकि नियमतः नहर लाइनिंग निर्माण कार्य में बाहर या दूर से मुरूम या मिट्टी लाकर निर्माण किए जाने का प्रावधान है ।जल संसाधन विभाग और ठेकेदार की मिली भगत से नहर पार को काट कर नियम विरुद्ध कार्य किया जा रहा है ।क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता छत्रसाल साहू, ललहा साहू ,मोहन रात्रे ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग किया है।
इस संबंध में विभाग के इंजीनियर अतुल कुजुर से संपर्क करने पर बताया कि नहर पार काटा गया उसे दुबारा बनवा दिया जाएगा ,अभी मैं सुशासन तिहार में व्यस्त हूं । साथ ही इसकी विस्तृत जानकारी प्रशासकी स्वीकृटी, कार्य संपादन अवधि, ठेकेदार का नाम आदि बाद में देखकर बता पाऊंगा ।
बहरहाल उक्त निर्माण स्थल पर किसी भी प्रकार के कोई सूचना फलक भी नहीं लगाया गया जिससे लोगों को मन में कई तरह की आशंकाएं व्याप्त है काम कब तक पूरा होगा क्योंकि क्षेत्र में मानसून दस्तक देने वाला है।
इस संबंध में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीयअधिकारी शिवकुमार चंद्राकर से संपर्क करने पर बताया कि ठेकेदार ने गलती किया है,पास में मिट्टी नही होने से नहर पार को काटा गया है उसको पुनःबनवा दिया जाएगा और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा भविष्य में होने नहीं दिया जाएगा।