पत्थलगांव में धनवंतरी जेनेरिक दुकान 15 दिनों से बंद मरीज परेशान

(बबलू तिवरी)

स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी पर उठ रहे सवाल , मरीजों को महंगी दवाओं के लिए मजबूर होना पड़ रहा

जशपुर। पत्थलगांव अस्पताल परिसर में संचालित धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर बीते 15 दिनों से बंद पड़ा है, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को अब सस्ती जेनेरिक दवाओं के बजाय महंगी ब्रांडेड दवाएं खरीदने मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन द्वारा दुकान संचालक को मौखिक रूप से अन्यत्र स्थान पर दुकान स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद दुकान संचालक मनमानी करते हुए दुकान बंद कर लापता हो गया अब तक न तो वैकल्पिक स्थान की व्यवस्था हो सकी और न ही दुकान पुनः प्रारंभ की गई। ठेकेदार भी पिछले कई दिनों से लापता है, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में अन्य सभी धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर सुचारु रूप से संचालित हो रहे हैं, लेकिन केवल पत्थलगांव की दुकान ही क्यों बंद हुई, यह समझ से परे है। इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

मरीजों का कहना है कि सरकारी स्तर पर चलाई जा रही जेनेरिक दवा योजना का उद्देश्य सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना था, लेकिन दुकान बंद होने के कारण गरीब मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। अब उन्हें निजी मेडिकल स्टोरों का रुख करना पड़ रहा है, जहां दवाएं कई गुना महंगी कीमत पर मिल रही हैं।

 

इस संबंध में न तो अस्पताल प्रबंधन कोई स्पष्ट जवाब दे रहा है और न ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई ठोस पहल की गई है। जनता ने इस लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। साथ ही मांग की है कि बंद पड़ी जेनेरिक दुकान को जल्द से जल्द पुनः प्रारंभ कराया जाए, ताकि मरीजों को राहत मिल सके।

स्थानीय समाजसेवी संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी इस मामले में हस्तक्षेप कर शीघ्र समाधान की मांग की है। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर विषय पर क्या कदम उठाता है।

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