शहडोल संसदीय क्षेत्र से दर्जन भर नेताओं की टिकट के लिए दावेदारी
संजीत सोनवानी/संवाददाता
SHAHDOL NEWS: मकर संक्रांति के बाद हाड़ कंपादेने चाली ठंड पड़ रही है, लेकिन राजनैतिक सरगर्मी बढ़ती ही जा रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी बिसात बिछाने का काम भी प्रारंभ कर दिया है।
विंध्य की हर सीट पर भाजपा काबिज हो इसके भी प्रयास तेज कर दिये गये हैं। इस पूरी जिम्मेदारी को निभाने के लिये प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को भाजपा संगठन ने सौंप दी है।
विन्ध्य की राजनैतिक बिसात बिछाने की बागडोर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को सौंपी गई है और क्लस्टर जोन बनाए गए हैं जिसमें शुक्ला को विंध्य जोन का प्रभारी बनाया गया है। विन्ध्य क्षेत्र में लोकसभा में भाजपा का कैसे कब्जा होगा यह नब्ज टटोलने का काम श्री शुक्ल शुरु कर दिया है और इसकी शुरु बुधवार को शहडोल लोकसभा अंतर्गत उमरिया जिले के बाँधवगढ़ से हुई है।
जहां तीनों जिले के राजनैतिक दिग्गजों काजमावड़ा रहा है। बताया जाता है कि विन्ध्य क्षेत्र की कमान जब-जब श्री शुक्ल के हाथों में सौंपी गई, खासकर चुनावी रण को संभालने की, फिर चाहे वो अनूपपुर विधानसभा का उप चुनाव रहा हो या फिर उमरिया जिले के उप चुनाव रहा हो।
यहां पहली बार बिसाहूलाल सिंह को जिताकर राजधानी तक पहुंचाने का काम श्री शुक्ल ने किया तो उमरिया में ज्ञान सिंह के पुत्र शिव नारायण सिंह को विजय श्री हासिल करने में महती भूमिका निभाई।
कौन होगा नया सांसद, भाजपा में खोजबीन
शहडोल लोकसभा का भारतीय जनता पार्टी से कौन होगा प्रत्याशी, किसको दी जायेगी इस संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी, बुथ लेबल पर भाजपा का क्या होगा समीकरण, कलस्टर में क्या होगा प्लान, विधायकों को कौन सो जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।
क्या वर्तमान सांसद को ही चुनाव लाया जायेगा या फिर किसी नए चेहरे की बात सामने आयेगी। इन सभी बातों पर मंथन शुरु हो गया है।
शहडोल मुख्यालय के कार्यकर्ता को कभी नहीं मिला मौका
शहडोल संसदीय क्षेत्र से अभी तक जितने सांसद निर्वाचित हुए हैं उसमें अनूपपुर जिले या उमरिया जिले को ही प्रतिनिधित्व मिल पाया है और शहडोल जिले के किसी भी कार्यकर्ता को अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने शहडोल संसदीय क्षेत्र से टिकट नहीं दी है।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार भारतीय जनता पार्टी शहडोल जिला मुख्यालय के कार्यकर्ता को टिकट प्रदान कर सकती है। अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने अनूपपुर जिले से नरेंद्र सिंह मरावी ,हिमाद्री सिंह, दलपत सिंह को टिकट दिया है और इसी प्रकार उमरिया जिले से ज्ञान सिंह को टिकट दिया गया है और अभी तक शहडोल जिले से किसी भी चेहरे को टिकट नहीं किया गया है। बीते महीने हुए मंत्रिमंडल के गठन में भी शहडोल जिले की उपेक्षा की गई और जिले के किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला।
सांसद पर उठे सवाल
उथर लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक चल रही थी, उधर वर्तमान सांसद को लेकर राजनैतिक सवाल उठावे जा रहे थे। अगर पूरे पाँच साल वर्तमान सांसद ने संसदीय क्षेत्र को उपलब्धियों से नवाजा होता तो टिकट की राह आसान होती। सूत्र बताते हैं कि संसदीय क्षेत्र में सांसद मद से विकास कार्य हेतु लगाए गए पत्थर को भी जनता जनार्दन ढूंढ रही है।
पुष्पराजगढ़ से आधा दर्जन तो शहडोल मुख्यालय से सिंगल
शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अधिकांशत नये चेहरों को तलाशा है और नये चेहरे को सामने लाकर भाजपा लोगों को चौका दे इसमें भी संदेह नहीं दिख रहा है। यूं तो इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से दर्जन भर दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं ।
शहडोल संसदीय क्षेत्र में अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से ही आधा दर्जन दावेदार टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं जिसमें सुदामा सिंह ,हीरा सिंह श्याम, नरेंद्र सिंह मरावी, वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह एवं कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल के नाम शामिल हैं और यह सभी दावेदार पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के निवासी बताए जाते हैं।
इधर शहडोल मुख्यालय से अभी सिंगल नाम सामने आ रहा है जिसमें आईएएस अमरपाल सिंह की चर्चा शुरू हो चुकी है। जानकारों की माने तो अमरपाल सिंह ने अपनी दावेदारी को जताना शुरु किया है। गौरतलब हो कि अमरपाल शहडोल संसदीय क्षेत्र अंतर्गत अनूपपुर शहडोल एवं उमरिया में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उनसे जनता जनार्दन भली भांति परिचित भी हैं।
यह भी है टिकट की रेस में
सांसद पद के लिए टिकट के चेहरे के रूप में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष उमरिया सुश्री ज्ञानवती सिंह भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री अर्जुन सिंह , भाजपा अनूपपुर के जिला अध्यक्ष रामदासपुरी को इस दौड़ में गिना जा रहा है।