बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के तहत चार दिवसीय जिला स्तरिय आवासीय प्रशिक्षण संपन्न

(विजय साहू)
कसडोल। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय कसडोल में ज़िला स्तरीय FLN अंतर्गत चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 27 मई से 30 मई तक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण डाइट रायपुर में आयोजित होना था लेकिन अपिहार्य कारणों से कसडोल के आवासीय कस्तुरबा विद्यालय में रखा गया। इस प्रशिक्षण में जिले के सभी पांचों विकासखण्ड के 45 शिक्षको ने भाग लिया। जिसमे प्रत्येक विकासखण्ड से 06 सीएसी और तीन शिक्षको ने भाग लिया। एससीईआरटी रायपुर छत्तीसगढ़ के दिशा निर्देश के अनुसार प्रत्येक विकासखण्ड को तीन जोन में बांटकर सभी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को यह प्रशिक्षण अभी 2 जून से 6 जून तक ऑनलाइन मोड पर चलेगा । तत्पश्चात 10 जून से 13 जून तक ऑफलाइन मोड पर चलेगा।
FLN प्रशिक्षण कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में 27 मई को मां सरस्वती के पूजा अर्चना से आरंभ हुआ। जिसमे डाइट रायपुर से लेख राम वर्मा ने FLN प्रभारी कसडोल विकासखण्ड अधिकारी आर के देवांगन, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक ए के ध्रुव, कसडोल विकासखण्ड के सीएसी फिरतू साहू, चंद्रशेखर तिवारी की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कड़ी में श्री देवांगन ने सभी प्रशिक्षण में आए प्रतिभागियों को शुभकामनाए दी। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ।
इस प्रशिक्षण में एससीईआरटी की ओर से राज्य स्तरीय स्त्रोत व्यक्ति के रुप में प्रमुख रूप से योगेश्वर कुमार साहू, कमल दास नवरंगे, अभिलाषा शर्मा, क्षिप्रा अग्रवाल, श्रीकांत पाठक की उपस्थिति रही।
एससीईआरटी रायपुर छत्तीसगढ़ का यह FLN कार्यक्रम ब्लैंडेड मोड पर राज्य के पुरे 33 जिलों में एक साथ एक ही समय में संचालित है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य 3 से 8 वर्ष तक के बच्चो को स्तर अनुरूप भाषा साक्षरता अक्षर ज्ञान और गणित की संक्रियायो की समझ विकसित हो जाए । यह कार्यक्रम मिशन मोड 100 के तर्ज पर संचालित हो रहा है । जिसमे एससीईआरटी रायपुर के निर्देशानुसार सभी बच्चो को 100 दिन में भाषा और गणित की मुख्य दक्षता हासिल होनी चाहिए। इसमें सभी जिले को 100 स्कूलो को चिन्हांकित करके विकास खण्ड स्तर पर काम जिला के अधिकारी, विकास खण्ड के अधिकारी, सीएसी, प्रधान पाठक,और चाहे तो शिक्षक इन स्कूलों की गोद लेकर मिशन 100की योजना को सफल बना सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम सुबह 9.30 को निर्धारित समय सारणी के अनुसार प्रारंभ हुआ जिसमे पहला सेशन NEP 2020 पर विस्तार से चर्चा हुआ । इसके बाद NCF FS 2022 पर गहराई से चर्चा परिचर्चा हुआ। इसके तत्पश्चात भाषा के पहले ब्लॉक मौखिक भाषा और दुसरे ब्लॉक डिकोर्डिग पर चर्चा हुआ । इसके बाद हिंदी के अभ्यास पुस्तिका शिक्षक संदर्शिका और पाठ्य पुस्तक पर विशेष चर्चा हुआ। इसमें भाषा के दोनो कौशलो पर पाठ प्रदर्शन और टीएलएम प्रदर्शन भी हुआ। दुसरे दिन की शुरुवात मां सरस्वती के पूजा अर्चना से आरंभ हुआ और पहले दिन के फीड बैक से सेशन प्रारंभ हुआ दुसरे दिन भाषा के पठन और लेखन कौशल पर गतिविधि आधारित शिक्षण कार्य कराते हुए कार्यक्रम आगे बढ़ा। भाषा के चारो कौशल में समझ विकसित होने के बाद इसका समेकन हुआ। लंच के बाद गणित के पहले ब्लॉक मौखिक गणित और अभ्यास पुस्तिका पर बात हुआ। तीसरे दिन गणित के तीनों कौशलों पर शिक्षण योजना के अनुरूप कार्य हुआ। इसमें प्रमुख रुप से हमे एक योजना बनाकर पुरे सत्र को भाषा के लिए 26 सप्ताह और गणित के लिए 25 सप्ताह की कार्य योजना है । जिसमे कक्षा को प्रथम सप्ताह में 4+1+1 के मॉडल पर कार्य करना है। जिसमे पहला चार दिन पाठ की मुख्य दक्षताओ पर कार्य करना है । उसके बाद पुरारावृति फिर आकलन पर कार्य करेगें। इस तरह हमारा शिक्षण योजना बनेगा।
13 वे और 20 वे सप्ताह में मूल्यांकन होगा। चौथे और अंतिम दिवस नई शिक्षा नीति के अनुरूप हम बच्चो को कैसे को कैसे पढ़ाए जिससे उनके सीखने के तरीके में बदलाव हो । क्योंकि अब स्कूलों में नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ही शिक्षा प्रदान करना है । जिसमे 5+3+3+4 मॉडल पर कार्य करना है। चौथे दिवस नवाजतन विषय पर विशेष चर्चा परिचर्चा हुआ कि आखिर ये नवा जतन है क्या , और अभी क्यों लाया जा रहा है। सीखने को और कैसे सीखे बच्चो को डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग पढाई में कैसे शामिल करें बच्चो को अपडेट करे नही तो बच्चे आउटडेटेट हो जायेंगे। इसके लिए शिक्षक अपने शिक्षण शास्त्रीय रणनीति में बदलाव करें। जो बच्चे ASER में है उसे NAS में लाना है उसे PISA में लाना है यही इस नवाजतन का उद्देश्य है । इसमें पियर लर्निंग, ग्रुप लर्निंग, विषय मित्र, गली मित्र जैसे कार्यों पर कार्य करना है। नई शिक्षा नीति का यही कहना है कि बच्चो को अधिक से अधिक कार्य करने के अवसर प्रदान करने से है। जिससे बच्चे व्यवसायिक शिक्षा की ओर अग्रसर हो। जो हमारी शिक्षा नीति का प्रमुख उद्देश्य है। इसके बाद स्कूलों में मुस्कान पुस्तकालय कैसे हो , रख रखाव और बच्चे के पहुंच अनुरूप हो इस गहन चर्चा परिचर्चा हुआ। लंच के बाद EJadui पिटारा पर चर्चा हुआ कि बच्चे अपने घर में मोबाइल से कैसे कहानी सुन सकते हैं। E जादूई पिटारा को अपने whats app में इंस्टाल कर सकते हैं इसका नम्बर है, 9599961445 इस नम्बर को अपने कांटेक्ट लिस्ट में शामिल करके कहानी सुन सकते हैं एक और की keepad मोबाइल से 15108 नम्बर डायल करके भी कहानी सुन सकते हैं। इस तरह बच्चे डिजिटल प्लेटफार्म का बेहतर उपयोग अपने पढाई में कर सकते हैं। सभी स्कूलों की प्रमुख समस्या शिक्षक और भवन की रहती है उसको बहुस्तरीय कक्षा शिक्षण के माध्यम से कैसे दूर कर सकते हैं यह नवाजतन के पाठ्यक्रम में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस तरह से चौथे दिवस का कार्य पूर्ण। सभी प्रतिभागियों ने प्रत्येक दिवस ऑनलाइन प्री टेस्ट और पोस्ट टेस्ट में भाग लिया। प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रतिभागियो को प्रमाण पत्र और कार्यमुक्ति प्रदान किया गया। समापन समारोह के अवसर पर विकास खण्ड अधिकारी रमा कांत देवांगन, बीआरसी आफिस के लेखपाल रामदयाल पटेल, कंप्यूटर ऑपरेटर खगेंद्र सहित कार्यक्रम में अपनी सेवा से रहे अनूप साहू का योगदान रहा। समापन समारोह में देवांगन ने सभी प्रशिक्षार्थियों को आभार व्यक्त प्रकट किया और कहा कि आप अपने विकास खण्ड में FLN में बेहतर कार्य जिससे हमारा जिला छत्तीसगढ़ में विशेष पहचान बना सकें। इस तरह हमारा चार दिवसीय आवसीय प्रशिक्षण कसडोल के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में संपन्न हुआ इस पर डाइट रायपुर एल आर वर्मा सरजी, राज्य स्तरीय रिसोर्स पर्सन योगेश्वर कुमार साहू, कमल दास नवरंगे, अभिलाषा शर्मा, क्षिप्रा अग्रवाल, कांत पाठक सभी DRG शिक्षको ने कुश की नगरी कसडोल को धन्यवाद ज्ञापित किए हैं। बेहतर कार्य के निर्वहन के लिए सबको साधुवाद दिए।