भगवान झूलेलाल की जयंती पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा

कोतमा। आज भगवान झूलेलाल जयंती के शुभ अवसर पर कोतमा नगर में शोभा यात्रा निकल गई जानकारी के अनुसार भगवान झूलेलाल का जन्म,अत्याचारी शासक के जुल्मों से बचाने के लिए उनका जन्म हुआ था।
सिंधी में चैत्रके महीना को चैत कहा जाता है जब चैती चैत्रके दौरान जब अमावस्या के बाद पहली बार चंद्रमा दिखाई देता है तो इसे चेटी चंड कहा जाता है
सिंधी मानताओ के अनुसार इसी तिथि पर सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल जी का जन्म भी हुआ था इसी दिन को सिंधी समाज के साथ लोग बड़े ही धूमधाम के साथ भगवान झूलेलाल की जयंती मानते हैं।
सिंधी समाज का विशेष पर्व झूलेलाल जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है यह पर्व भगवान झूलेलाल के जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
साथ ही इन दिन से सिंधी नव वर्ष की शुरुआत भी मानी जाती है यह पर्व हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है।
सिंधी समाज द्वारा भगवान झूलेलाल की जयंती पर कोतमा नगर के मुख्य मार्गों पर शोभायात्रा निकल गई जिसमें मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल भी शामिल हुए।
भव्य शोभा यात्रा के बाद सिंधी धर्मशाला में बड़े पैमाने पर लंगर की व्यवस्था भी की गई थी जिसमें नगर के सभी धर्म के लोगों ने बढ़-कर हिस्सा लिया