भगवान शिव का जलाभिषेक करने बिजुरी से सिध्दबाबा धाम पहुंचेगे सैंकड़ों शिवभक्त

(संजीत सोनवानी)

बिजुरी। प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित अनूपपुर जिले कि कोयला उत्पादन वाली नगरी बिजुरी अलग-अलग दिशाओं में पड़ोसी छत्तीसगढ़ राज्य कि सीमा को स्पर्श करती है। लिहाजा पड़ोसी राज्य के लोगों का बिजुरी क्षेत्र में आवागमन एवं बिजुरी वासियों का भी पड़ोसी राज्य में आवागमन निरंतर बना रहता है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ राज्य के मनेन्द्रगढ़ में स्थित प्राचीन पहाड़ी सिध्दबाबा में भगवान शिव कि विशालकाय शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए, बिजुरी वासियों ने अपनी-अपनी तैयारियां बना लिए हैं।

सावन के चौंथे सोमवार को सैकड़ों शिवभक्त पहुंचेंगे सिध्दबाबा-

भगवान शिव के अतिप्रिय माष सावन में प्रत्येक शिवभक्त अपनी-अपनी श्रध्दा भाव से भोलेनाथ कि पूजा अर्चना करते हैं। वहीं कयी शिवभक्त भिन्न-भिन्न स्थानों पर स्थापित पवित्र शिवलिंगों में जलाभिषेक कर, भगवान गौरीशंकर के प्रति अपनी अटूट आस्था भी प्रकट करते हैं। कोयलांचल नगरी बिजुरी से भी प्रत्येक वर्ष सावन माह में सैकड़ों शिवभक्त कांवड़ लिए झारखण्ड राज्य के देवघर में स्थापित पवित्र ज्योर्तिलिंग वैद्यनाथ धाम पहुंचकर, भगवान भोलेशंकर का जलाभिषेक करते हैं। किन्तु कयी शिवभक्त अपने व्यक्तिगत कारणों से दूर-दराज में स्थापित ज्योर्तिलिंगों पर जलाभिषेक के लिए चाहकर भी नही पहुंच पाता है। जिसका मलाल व पीड़ा उसके मन को व्यथित ना करे, इसके लिए बिजुरी के कांवड़िया संघ ने सावन के चौंथे सोमवार अर्थात 12 अगस्त को पड़ोसी छत्तीसगढ़ राज्य के मनेन्द्रगढ़ में स्थित प्राचीन पहाड़ी सिध्दबाबा में स्थापित शिवलिंग (जिन्हे स्थानीय स्तर पर केदारनाथ धाम भी कहा जाता है।) में सैकड़ों कि संख्या में पैदल यात्रा करते हुए पहुंचकर भगवान शिव का सामूहिक जलाभिषेक करेंगे।

सभी लोग भगवा धारण कर पहुंचेंगे सिध्दबाबा-

12 अगस्त सोमवार कि सुबह नगर के भिन्न-भिन्न वार्ड एवं स्थानों से सभी शिवभक्त भगवा धारण कर, सुबह 07 बजे पीपलेश्वर महादेव मंदिर समीप पीपल चौक में एकत्रित होकर वहां से सामूहिक तौर पर नगर का भ्रमण करते हुए, सिध्दबाबा के लिए प्रस्थान करेंगे। जिसके लिए कांवड़िया संघ बिजुरी ने नगर के सभी आयु वर्ग के युवा, युवती, पुरुष एवं महिलाओं से अनुरोध किया है कि जिन्हे भी भगवान महादेव में जलाभिषेक करने कि हसरत हो वह सभी 12 अगस्त सोमवार को भगवा धारण करते हुए घर से जलपात्र लेकर सुबह 07 बजे पीपल चौंक पर उपस्थित रहें। किन्तु जाने से पूर्व कमेटी में अपना नाम दर्ज कराना अनिवार्य है, जिससे कांवड़िया संघ कमेटी को भी ज्ञात रहे कि कितने शिवभक्त जलाभिषेक करने जाएंगे।

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