जनपद पंचायत परिसर पर कब्ज़े का खेल, शौचालय तोड़कर होटल का निर्माण – प्रशासन की कार्यवाही पर उठे सवाल

(बबलू तिवारी)
पत्थलगांव। नगर के बस स्टैंड क्षेत्र में अतिक्रमण का खेल तेज़ हो गया है। जनपद पंचायत परिसर में दुकानदारों द्वारा शासकीय ज़मीन पर पक्का निर्माण करने की होड़ मची हुई है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि परिसर में बने शौचालय को तोड़कर वहां होटल की रसोई बना दी गई और अब पंचायत की ज़मीन पर भी लगातार निर्माण कार्य जारी है।
हालांकि तहसील कार्यालय ने इस पर रोक आदेश जारी किया, लेकिन आरोप यह भी है कि स्टे उसी जगह लगना था जहाँ अवैध निर्माण हो रहा है, जबकि प्रशासन ने उसे छोड़कर किसी और स्थान पर स्टे ऑर्डर दे दिया।
जनपद परिसर में निर्माण कर रहे व्यवसाई का दावा है कि उसने जनपद भूमि का पट्टा हासिल कर लिया है। अब राजस्व अमला अपने ही बनाए पट्टे की आड़ में रकबे की कमी पूरी करने के लिए पंचायत भवन और शौचालय को तोड़कर कब्जा देने पर आमादा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह गंभीर सवाल है—
पहली गलती राजस्व अमले ने पट्टा देते समय की, जब वास्तविक कब्जे से अधिक रकबा दर्शा दिया गया।
दूसरी गलती अब यह है कि सरकारी भवन को तोड़कर कब्जा देने की कोशिश की जा रही है।
तीसरा आरोप प्रशासन की कार्यवाही पर, जहाँ स्टे ऑर्डर वास्तविक निर्माण स्थल पर लगना था, वहाँ न लगाकर अन्य जगह पर जारी कर दिया गया।
जनपद की जमीन पर चल रहे इस खेल और प्रशासनिक मिलीभगत की चर्चा पूरे क्षेत्र में गरमा गई है।