वन विभाग की अभिनव पहल: नदी तट वृक्षारोपण योजना के तहत हुआ पौधारोपण, नदी के बहाव व भू- क्षरण को रोकने में सहायक, 112 हेक्टेयर में विभाग ने 178922 पौधे का किया रोपण
(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार। बारहमासी नदियों के तटों को भू-क्षरण से रोकने एवं नदियों में पानी के बहाव को सतत् बनाये रखने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा चलाई जा रही ‘‘नदी तट वृक्षारोपण योजना‘’ एक अभिनव पहल है। ‘‘नदीतट वृक्षारोपण योजना’’ के अंतर्गत पिछले पांच वर्षाें में बलौदाबाजार वनमंडल के विभिन्न परिक्षेत्रों में 112 हेक्टेयर क्षेत्र में 178922 पौधों का रोपण किया गया है, जो कि शत्-प्रतिशत जीवित हैं। नदियों में अत्यधिक जलभराव होने से भू-क्षरण एवं कटाव की स्थिति लगातार निर्मित हो रही है, इसे रोकने के लिए विभाग के द्वारा नदी के तटों पर उपलब्ध भूमि पर वृहद पैमाने पर पौधारोण किया जा रहा है।
नदीतट पौधारोपण के फलस्वरूप एक ओर जहां स्थानीय ग्रामीणों को वृक्षारोपण कार्यों से रोजगार मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर नदी तट के समीपस्थ किसानों को भूमि कटाव की कमी से कृषि कार्य में सुविधा तथा उत्पादन में वृद्धि का भी लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके तहत् फलदार वृक्षारोपण से ग्रामीणों की आये में बढ़ोत्तरी होगी। इसके अलावा स्थानीय ग्रामीण अंतर्वतीय फसल तथा नदी किनारे सब्जी उत्पादन का कार्य भी कुशलतापूर्वक कर रहे हैं। नदी तट वृक्षारोपण से नदियों के आसपास ग्रीन कवर में भरपूर इजाफा हुआ है, जिससे प्रकृति की सौंदर्यता बढ़ी है। नदियों में बढ़ते कटाव, भू-जल क्षरण को रोकने एवं अन्य लाभ हेतु वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष नदीतट वृक्षारोपण किया जा रहा है, जो नदी एवं स्वच्छ जलवायु का प्रतीक साबित हुआ है। जिले में महानदी, शिवनाथ नदी, जोंक नदी एवं बालमदेही नदी का प्रवाह क्षेत्र है।
नदीतट वृक्षारोपण से नदियों के दोनों ओर पर्यावरण संतुलन की स्थितियां बेहतर हुई हैं एवं ग्रामीणों में निस्तार आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध हुई है तथा नदी तट के आसपास निवासरत् किसानों को भूमि कटाव की समस्या से भी निजात मिला है।
112 हेक्टेयर में 178922 पौध का हुआ रोपण
नदी तट वृक्षारोपण योजना के तहत वन विभाग द्वारा वर्ष 2019 में 8 हेक्टेयर में 8800 पौधारोपण, वर्ष 2020 में 31 हेक्टेयर में 34100 पौधारोपण, वर्ष 2021 में 15 हेक्टेयर में 72000 पौधारोपण, वर्ष 2022 में 8 हेक्टेयर में 8800 पौधारोपण तथा वर्ष 2023 में 50 हेक्टेयर क्षेत्र में 55222 पौधारोपण किया गया है। जो कुलमिलाकर विभाग द्वारा 112 हेक्टेयर में 178922 पौध का हुआ रोपण किया गया है। इसके अलावा विभाग द्वारा इस वर्ष के वर्षाऋतु में कसडोल विधानसभा के ग्राम चिचिरदा, दर्रा एवं चांटीपाली के 43 हेक्टेयर नदीतट क्षेत्र में 47300 पौधों का रोपण किया जाएगा।
यह पौधा का हुआ रोपण
वन विभाग द्वारा योजना के अंतर्गत किए जाने वाले पौधारोपण में सागौन, बांस, आंवला, शिशु, आम, नीलगिरी, इमली, करंज, अर्जुन, पीपल, , जामुन, बेल, कदम, कटहल, हर्रा, अमरूद, सीताफल, नीबू, एवं औषधि प्रजाति के कई पौधे शामिल हैं।
इनका कहना है।
विभाग का मुख्य उद्देश्य प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण करना है, साथ ही नदी के बहाव व भू क्षरण को रोकने के लिए नदी तट वृक्षारोपण योजना के तहत पौधों का रोपण किया गया था जो कि वर्तमान में शत प्रतिशत जीवित है। वन विभाग जिलेवासियों से इस मानसून प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा जरूर लगाने की अपील कर रहा है।