कोयला खदानों में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे श्रम वीर

72 घंटे बाद होगा उग्र प्रदर्शन

जमुना/कोतमा। कोयलांचल नगरी जमुना कोतमा क्षेत्र के सिविल विभाग का भ्रष्टाचार चरम पर है कोयला श्रमिक पानी की बुद- बुद के लिए तरस रहा है यहां पर एक कहावत सटीक बैठ रही है – अंधे पोये गूंगे खाए।

जमुना कोतमा क्षेत्र के कोयला मजदूर सभा के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्रीकांत शुक्ला ने श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए सिविल विभाग के व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाई है आज गर्मी अपने चरम सीमा पर है टेम्परेचर लगभग 45 डिग्री पार चला गया है किंतु जमुना कोतमा क्षेत्र के रीजनल वर्कशॉप से लेकर सभी खदानों आमदाढ़ खुली खदान परियोजना बरतराई अंडर ग्राउंड खदान नारायण 7 /8 अंडर ग्राउंड खदान

5/6 अंडर ग्राउंड खदान 9/10 अंडर ग्राउंड खदान एवं मीरा अंडर ग्राउंड खदान से लेकर महाप्रबंधक कार्यालय तक में पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है जिसके कारण श्रमिकों का बुरा हाल है श्रमिक पानी की बूंद बूंद को तरस रहा है साथ ही भालूमाडा वर्कशॉप में जहां अधिक मात्रा में महिलाएं भी कार्य करती हैं वहां शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है इसके कारण महिलाओं को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा इसलिए श्रमिक हित को देखते हुए कोयला मजदूर सभा संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष माननीय  श्रीकांत शुक्ला ने जमुना कोतमा के उच्च प्रबंधन को 72 घंटे का समय दिया है अगर 72 घंटे के भीतर श्रमिकों के पानी की समस्या का कोई समाधान नहीं किया जाता तो कोयला मजदूर सभा संघ उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी ।

श्रीकांत शुक्ला अध्यक्ष कोयला मजदूर सभा जमुना कोतमा क्षेत्र

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