दोपहर के दौरान उपतहसील भवन में लटकता है ताला, आम नागरिक होते हैं परेशान

(संजीत सोनवानी)

बिजुरी। नगर अन्तर्गत संचालित उपतहसील भवन का इन दिनों मनमर्जी तरीके से संचालन हो रहा है, यहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा जब मन पड़े कार्यालय का ताला जड़कर खुद को चलता कर लिया जाता है। जिससे उपतहसील भवन के इस कभी खुलने कभी भी बंद हो जाने वाली प्रणालियों के कारण यहां आवश्यक कामों के लिए पहुंचने वाले आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रत्येक दिवस दोपहर में जड़ दिया जाता है ताला

शासन के नियमों पर अगर गौर किया जाए तो मालुमात होता है कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी शासकीय कार्यालयों को सप्ताह में 05 दिवस तो खुलना अनिवार्य ही किया गया है। बावजूद इसके राज्य शासन के नियमों को धता बताते हुए उपतहसील कार्यालय बिजुरी में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा मनमर्जी पूर्वक कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। जो किसी के भी गले नही उतर रहा है। लिहाजा आवश्यक कामों के लिए यहां पहुंचने वाले आम नागरिकों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से पहुंचने वाले ग्रामीण वृद्धजन व महिलाएं, जो आवश्यक कामों को पूरा कराने कि हसरत लिए किसी तरह से बिजुरी तो पहुंच जाते हैं। किन्तु यहां पहुंचने के बाद उपतहसील भवन में लटकते ताले को देख, उदास मन से यह वापस बैरंग लौटने को विवश हो जाते हैं।

लोकहित को ध्यान में रखते हुए, उपतहसील के कर्मचारियों कि मनमर्जियों पर उच्च अधिकारियों को लेना चाहिए संज्ञान

बिजुरी क्षेत्रांतर्गत संचालित उपतहसील भवन में आवश्यक कार्यों के लिए पहुंचने वाले आमनागरिकों को लटकते तालों कि वजह से जिस तरह कि परेशानियां उठानी पड़ रही है, वह शासन के मशांओं के बिल्कुल भी विपरीत है। मसलन लोकहित को ध्यान में रखते हुए उच्चस्तरीय जिला प्रशासनिक अधिकारियों को मामले पर संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाने कि आवश्यक्ता है। जिससे उपतहसील भवन बिजुरी में चल रहे भर्रेशाही पर अंकुश लग सके। वहीं आवश्यक कार्यों के लिए यहां पहुंचने वाले आम नागरिकों को भी परेशानियों से निजात मिल सके।