प्लेसमेंट कर्मचारियों की मांगो का समर्थन देनें पहुंचे विधायक संदीप साहू, शासन तक बात पहुंचाने का दिया आश्वासन, 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 4 दिनों से चल रहा अनिश्चिकालीन हड़ताल

(हेमंत बघेल)

कसडोल। नगर पंचायत कसडोल के छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारियों का महासंघ बीते 19 नवंबर से 2 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, इनकी मांगो को समर्थन देने आज कसडोल विधायक संदीप साहू अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। आपको बता दे कि प्लेसमेंट कर्मचारी कई वर्षों से दो सूत्रीय मांग कर रहें है, जिसमें ठेका प्रथा बंद कर निकाय से सीधा भुगतान करने के अलावा श्रम सम्मान राशि की मांग प्रमुख हैं। आज प्लेसमेंट कर्मचारियों को समर्थन देने पहुँचे विधायक संदीप साहू ने कहा कि विगत चार दिनों से प्लेसमेंट कर्मचारी पूरे छत्तीसगढ़ में आंदोलन कर रहे हैं

उनकी मांग जायज है क्योंकि जो मूलभूत सुविधा है जो नगर पंचायत की सबसे ज्यादा जहां पर लोग रहते हैं सबसे ज्यादा काम प्रभावित होता है और सबसे ज्यादा मूलभूत काम है, वह नगरीय निकाय क्षेत्र में रहता है, विगत वर्ष 2013 के पहले प्लेसमेंट कर्मचारियों को डायरेक्ट भुगतान होता था लेकिन आज उनको प्लेसमेंट में डाल दिया गया है, जिसके कारण उन्हें ठेका प्रथा के तहत भुगतान किया जा रहा है, 2013-14 तक वैसे भी पीडब्लूडी, पीएचई या वन विभाग हो बहुत सारे विभागों में अभी भी उनके कर्मचारियों को डायरेक्ट पेमेंट किया जाता है तो इनकी मांग जायज है कि जब 2013-14 तक इनको डायरेक्ट भुगतान होता था तो आज वैसा ही भुगतान किया जाए। कारण यह है कि आज पूरे प्रदेश में देखा जाए तो 25 हजार के आसपास कर्मचारी हैं। यह 25 हजार कर्मचारी लाखों लोगों की सेवा करते हैं लाखों लोग प्रभावित होते हैं आज यह नगरीय क्षेत्र 15 हजार से 25 हजार पापुलेशन है उनकी सेवा यह करते हैं। यह 40 कर्मचारी के बलबूते यहां के 25 हजार लोग के जो मूलभूत सुविधाएं उनको देखरेख करते हैं ऐसे रायपुर जितना बड़ा राजधानी है चाहे हमारे नगर पालिका हो या पूरे क्षेत्र कहीं भी सब जगह बहुत कम कर्मचारी होते हैं लेकिन बहुत सारे वर्ग को इन लोग सुविधा प्रदान करते हैं शासन से मांग करता हूं कि जल्द ही इनकी मांगों को सुना जाए और सबसे गंभीर बात यह है कि विगतचार दिनों से धरना में बैठे हैं लेकिन शासन ने कोई पहल नहीं किया और ना ही कोई प्रतिनिधि नियुक्त किया।

जब पूरे इन लोगों का काम ठप हो जाएगा तो शासन की आदमी आएगा क्या बात करने तो लोगों को परेशानी ना हो उसके लिए शासन को पहल करना चाहिए और इसे एक पहल करना चाहिए बात करना चाहिए प्रतिनिधि आना चाहिए की कैसे बीच का रास्ता निकाल सकता है की कैसे जो मांग है उनका निराकरण हो सकता है तो मैं आप लोगों के माध्यम से शासन से मांग करता हूं माननीय मुख्यमंत्री से जल्द इन लोगों से पहल करके क्योंकि सबसे मेहनतकश एक कर्मचारी संघ है। जो सबसे ज्यादा मेहनत करता है और बहुत ही नीचे जो सफाई व्यवस्था है उन सभी को इन लोग देख रेख करते तो कहीं ना कहीं जीवन स्वास्थ्य ये इनसे जुड़ा हुआ है तो शासन को जल्द पहल करके उनकी सुनवाई करना चाहिए। इधर स्वच्छता प्रभारी टीकेश्वर वर्मा ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक के द्वारा हम लोगों के समस्याओं के संबंध में विस्तृत रूप से बैठकर चर्चा किया गया हम लोगों के द्वारा मुख्यतः जो दो मांग है उनके संबंध में विधायक को अवगत कराया गया है कि हमारे मुख्यतः मांग जो है ठेका प्रथा निकाय से सीधे भुगतान एवं श्रम सम्मान राशि की मांग है। इस जानकारी के उपरांत विधायक ने हमें आश्वासन दिया है कि उक्त मांगों को मैं अपने स्तर पर शासन प्रशासन को पहुंचाऊंगा और हो सके तो विधानसभा सत्र में भी इसको आवाज उठाऊंगा और प्रश्न लगाऊंगा इस तरीके से विधायक के द्वारा आश्वासन दिया गया है हम पूरे मीडिया से मीडिया के माध्यम से आपके माध्यम से शासन प्रशासन से मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री जो विभागीय मंत्री से हमारी मांगों को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए कुछ न कुछ निर्णय हमें जल्द से जल्द हड़ताल को बगैर आंदोलन बनने के पहले देवे नहीं तो हड़ताल धीरे-धीरे आंदोलन और अग्रसर है जो आंदोलन है उग्र हो सकता है उसके पूर्व ही हमें कुछ न कुछ निर्णय अगर प्राप्त होती है तो हो सकता है कि हमारा संगठन इसको स्थगित कर पूर्ण कार्य में लौट जाएंगे।