आंगनबाड़ी केन्द्रों में भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने नई व्यवस्था लागू

पंकज कुर्रे 


जांजगीर-चांपा। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने नई व्यवस्था लागू की गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को नाश्ता और गरम भोजन बच्चों को परोसने से पहले स्वयं चखना अनिवार्य होगा तथा उसका पंजी संधारण भी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि रसोई कक्ष और भंडार की स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिए गए हैं कि खाद्य सामग्री को सीलबंद डिब्बों या अनाज कोठी में ही रखा जाए तथा फिनाइल, डिटर्जेंट जैसे रसायनों को रसोई क्षेत्र से दूर सुरक्षित स्थान पर रखा जाए। खाद्य सुरक्षा की निगरानी के लिए जिले के सभी सेक्टर पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बच्चों और बाहरी व्यक्तियों का रसोई व भंडार कक्ष में प्रवेश वर्जित रहेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को स्वच्छता, सुरक्षा और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टिंग संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

 

आपातकालीन स्थिति के लिए प्रत्येक केन्द्र में प्राथमिक उपचार हेतु मेडिसिन किट की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है तथा स्वास्थ्य केन्द्रों से समन्वय की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही, समुदाय आधारित कार्यक्रमों जैसे ग्रामीण स्वच्छता एवं पोषण दिवस में हितग्राहियों और जनसमुदाय को खाद्य सुरक्षा विषयक जागरूकता दी जाएगी। नाश्ता, गरम भोजन या टेक-होम राशन को दूषित करने की घटना की सूचना तत्काल पुलिस थाने में देने के निर्देश हैं। इसके अतिरिक्त खाद्य गुणवत्ता व सुरक्षा संबंधी शिकायत हेतु पोषण हेल्पलाइन नंबर 14408 तथा खाद्य विभाग का टोल फ्री नंबर 1800-2333663 सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रदर्शित किए जाएंगे।

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