अनदेखी: नौनिहालों के बैठने की व्यवस्था नही, सैकड़ों की संख्या में भवन की मांग करने ग्रामीण पहुँचे जनपद और बीईओ कार्यालय, सीईओ और बीईओ को बताया समस्या, सीईओ ने स्कूल भवन के लिए वन विभाग से बात की

(हेमंत बघेल)
कसडोल। विकासखंड में शिक्षा व्यवस्था इतनी खस्ताहाल है की पहली बारिश में शिक्षा विभाग की पोल खुल गई है। विकासखंड कसडोल के अगर स्कूलों का निरीक्षण किया जाये तो वनांचल क्षेत्रों के दर्जनभर से ज्यादा स्कूल बद से बत्तर है, अधिकांश स्कूल एकल शिक्षक या जर्जर हो गए बरसात के समय आते ही स्कूलों की छतों से पानी सीपेज आना प्रारंभ हो चुका है। ऐसे में बच्चे स्कूलों में जान को जोखिम में डाल पढ़ाई कर रहे है।
स्कूल प्रारंभ: समस्या जस की तस
आपको बता दे की अभी स्कूल खुले सप्ताह भर नहीं हुआ और स्कूलों की समस्या अभी से शुरू हो गया है, लेकिन विभागीय अधिकारियों को बच्चों की भविष्य को लेकर कोई चिंता नहीं है। हम इसलिए कह रहे हैं कि अगर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जरा सी भी परवाह होता तो आज ग्रामीणों को जनपद या विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय कूच नही करना पड़ता। सोमवार को जनपद कार्यालय पहुँचे विकासखंड कसडोल के ग्राम बफरा के ग्रामीणों ने कहा कि 3 वर्षो से प्राथमिक विद्यालय की भवन खंडहर होने के साथ सीपेज हो रहा, लेकिन इसकी परवाह किसी को नही है, साथ ही एकल शिक्षकीय स्कूल होने के कारण पढ़ाई होता नही है, ऐसे में अगर भवन और शिक्षकों की नियुक्ति नही की गई तो स्कूल में ताला लगाया जायेगा। ग्राम की ईश्वरी ठाकुर ने खबर शतक.इन से कहा कि विभागीय उदाशीनता के कारण वनांचल के ग्रामों में अधिकारी मामले में संज्ञान नही ले रहे है, हमारे बच्चें पढ़ाई नही कर पा रहें है, स्कूल भवन बद से बत्तर है ऐसे में हमारे बच्चों की पढ़ाई गर्त में जा रही है, जिसकी समस्या हमारे द्वारा जनपद सीईओ को दी गई है। जिसके बाद सीईओ सर ने जल्द निराकरण की बात कही है।

यह था मामला
दरअसल सोमवार को विकासखंड के ग्राम भिंभौरी के आश्रित ग्राम बफरा के सैकड़ो ग्रामीण ग्राम के प्राथमिक विद्यालय के जर्जर होने की समस्या को लेकर जनपद पंचायत कसडोल पहुंचे थे। इस दौरान आपको ग्राम भिभौंरी के आश्रित ग्राम बफरा के सैकड़ो ग्रामीण स्कूल जर्जर होने एवं शिक्षक की कमी की समस्या के फरियाद लेकर जनपद पंचायत कसडोल पहुंचे। जहां जनपद सीईओ हिमांशु वर्मा से मुलाकात कर ग्रामीणों ने अपनी गांव में होने वाली कई समस्याओं को लेकर आवेदन दिया। ग्रामीणों ने अपने शिकायत में बताया तीन वर्षो से गांव के प्राइमरी स्कूल जर्जर हो चुका है बरसात होने पर स्कूल की छतों से पानी सीपेज मार रहा है जिसके वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्राइमरी स्कूल इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी पढ़ते समय बड़ा हादसा हो सकता है साथ ही पांचवी कक्षा तक के लिए केवल एक ही शिक्षक है, वह भी व्यवस्था में है ऐसे में एक शिक्षक एक समय में किसको पढ़ाए ऐसे में बच्चों का भविष्य उज्वल होने की जगह गर्त में जा रहा है।

इनका कहना है।
बच्चों के लिए स्कूल भवन जर्जर होना बड़ी समस्या है, ग्राम बफर के ग्रामीण पहुँचे हुए थे जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।
हिमांशु वर्मा, सीईओ, जनपद पंचायत, कसडोल
स्कूल भवन की मांग को लेकर ग्राम बफरा के ग्रामीण आज मुझसे मुलाकात किये है, पहले से ही उच्च कार्यालय को सूचित किया जा चुका है। प्रधान पाठक कक्ष में कक्षा लगाया जा रहा हैं, वहाँ पदस्थ शिक्षक का प्रमोशन होने के कारण स्कूल में एक शिक्षक का व्यवस्था किया गया है, जल्द ही निराकरण किया जायेगा।
रमाकांत देवांगन, बीईओ, कसडोल
देखिये जर्जर स्कूल की विडियो….