PAMGARH NEWS: जांजगीर जिला प्रशासन व भीम रेजीमेन्ट की मदद से जम्मू कश्मीर में बंधक बने 6 मजदूरों को छुड़ाया गया

जिला प्रशासन पुलिस व भीम रेजीमेंट के सहयोग से सकुशल वापस लौटे मजदूर
(पंकज कुर्रे)
पामगढ़। जिले के शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिलारी के आवदेक वरुण कुमार बंजारे ने ज़िला प्रशासन व पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंप कर अपने परिवार के बंधक बने लोगों को सकुशल वापसी घर लाने के लिए आवेदन किया था । जिसमें जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए बंधक बने सभी मजदूरों छुड़ाया लिया है।

बता दें कि बंधक सभी मजदूर शांति लाल साहू पिता साहेब लाल साहू निवासी सरवानी ज़िला सक्ति के बताए ईट भट्ठा में काम करते थे। सरदार शांतिलाल साहू के द्वारा वादा किया था और 1200 रुपए 1000 ईट के भाव से देंगे कहकर ले गया था उनको बेहतर काम के बदले बढ़िया पैसे वो मजदूरी के रुप में दिलाएगा. लेकिन उन्हें 1200 के बदले सिर्फ 850 रुपए खुराकी बस दिया जा रहा था। बिलारी गांव के 7 लोगों को झांसा देकर वो अपने साथ ले गया. कुछ सालो पहले जम्मू कश्मीर गए मजदूरों की हालत तो कुछ दिन ठीक रही उसके बाद उनसे जबरन काम कराया जाने लगा. पैसे मांगने पर उनको सिर्फ खुराकी बस दिया जा रहा था।
मजदूरों ने लगाई थी मदद की गुहार
जिन 6 मजदूरों को सरदार ने जम्मू कश्मीर में काम दिलवाया था वो मजदूर वहां बंधक बन गए. मजदूरों में एक आवेदक वरुण कुमार बंजारे भट्ठा मालिक के कब्जे से किसी तरह से भग कर अपने गांव बिलारी पहुचा और अपने परिवार के अन्य सदस्यों की बंधक होने की खबर अपने परिवारवालों तक पहुंचाई. गांव वालों को भी जब ये खबर लगी की उनके गांव के 6 लोगों को बंधक बना लिया गया है तो गांव के ही रहने वाले युवक दीपक मनहर जिलाध्यक्ष भीम रेजीमेन्ट जांजगीर चांपा के द्वारा तुरंत संज्ञान में लेते हुए आवेदक के साथ जिला प्रशासन को आवेदन सौंपा । आवेदक और भीम रेजीमेंट के जिला अध्यक्ष ने अफसरों को पूरी बात बताई. जिसके बाद प्रशासन को पूरी घटना की जानकारी हुई. इस पूरे मामले में जिला प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए बंधक बने सभी मजदूरों को छुड़ाया।
परिवार वालों ने दिया जिला प्रशासन व भीम रेजीमेंट को धन्यवाद
परिवार वालों से जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने जम्मू कश्मीर जिला के कलेक्टर से बात की. जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की मदद से जम्मू कश्मीर पुलिस ने सभी 6 मजदूरों को मौके से छुड़ाया और उनको घर भिजवाया. सभी मजदूरों के परिवार वालों ने जिला प्रशासन व भीम रेजीमेंट को धन्यवाद दिया है. छत्तीसगढ़ में आज भी काम की तलाश में बड़ी संख्या में मजदूर दूसरे राज्यों में काम की तलाश में जाते हैं।