पशुओं के नृशंस हत्या के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा न्यायालय

(संजीत सोनवानी)

जादू-टोने से ग्रसित होकर आरोपी ने घटना को दिया था अंजाम-

बिजुरी। थाना क्षेत्रांतर्गत सोमवार 02 सितम्बर कि सुबह फरियादी अरशद पिता नसीम खान निवासी बिजुरी द्वारा स्थानीय बिजुरी थाना पहुंचकर इस आशय की लिखित शिकायत प्रस्तुत किया गया था। कि दिनांक 01और 02 सितम्बर  की दरम्यानी रात्रि, उसके गौशाला में बंधे चार माह के बछडे़ एवं बकरी के मलद्वार पर किसी ने सरिया डालकर वध कर दिया है। मामला संगीन होने पर थाना बिजुरी में अपराध क्र. 215/24 धारा 325, 331(4) बीएनएस 4,9 गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम एवं 11 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करते हुए मामले को विवेचना में लिया गया।

संदेहियों से लगातार किया जा रहा था पूंछताछ…

लिखित शिकायत में शिकायतकर्ता द्वारा सीएमपीडीआई निवासी चंद लोगों पर संदेह व्यक्त किया गया था। जिनसे बिजुरी पुलिस द्वारा लगातार पूछताछ भी किया जा रहा था। किन्तु संदेहियों से पूछताछ में स्थानीय पुलिस को किसी तरह कि सफलता हाथ नही लग पाने पर, स्थानीय पुलिस को भी आभास हो गया कि जांच आखिरकार विपरीत दिशा में ही जा रही है। लिहाजा थाना प्रभारी विकाश सिंह ने मामले कि सूक्ष्मता से जांच करना आवश्यक समझा। नतीजतन सूक्ष्मता से जांच उपरांत कानून के लम्बे हाथ आरोपी के गिरेबां तक पहुंच ही गए।

समीपवर्ती लोगों से बारीकी पूछताछ करते हुए सीसीटीव्ही कि ली गयी मदद…

मामले की विवेचना दौरान बिजुरी पुलिस द्वारा घटना स्थल समीप आसपास के व्यक्तियों से बारिकी से पूछताछ करने के साथ ही घटना स्थल से 01 कि.मी. की परिधि में लगे सभी सीसीटीव्ही कैमरों की भी जांचकर संदेही का पतासाजी का प्रयास किया गया। जिस पर संदेही दिनेश कुमार यादव पिता स्व. जगदीश प्रसाद यादव उम्र 28 वर्ष निवासी वार्ड क्र.12 पीपल चौक द्वारा घटना करने की सुराग प्राप्त हुई। जिससे मनोवैज्ञानिक तरीके से सघन पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा जादू-टोने से पीडि़त होने पर उसके निवारण के लिए उक्त अपराधिक कृत्य को करना स्वीकार किया गया। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करते हुए माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से न्यायालय द्वारा आरोपी को जेल भेज दिया गया।

समय रहते बिजुरी पुलिस ने नगर में चल रहे अटकलों पर लगाया विराम…

सोमवार 02 सितम्बर को जैसे ही स्थानीय लोगों को ज्ञात हुआ कि नगर में इस तरह कि नृशंस वारदात घटित हुयी है, वैसे ही नगर भर में तरह-तरह कि अटकलों ने जोर पकड़ लिया था। लेकिन समय रहते बिजुरी पुलिस द्वारा सूझ-बूझ का परिचय देकर मामले कि गुत्थी सुलझाने में जो सफलता दिखायी गयी है काबिल-ए-तारीफ है। कारण पुलिसिया कार्रवाई बाद से नगर भर में फैली तरह-तरह के अटकलों पर अब ना केवल विराम लगेगा, बल्कि लोगों कि भ्रंतियां भी दूर होगा। जिसे न्यायहित में सर्वथा उचित माना जाएगा।