पुत्रवत करें पौधों का संरक्षण — स्वामी हरिहरानंद सरस्वती

(संजीत सोनवानी)
नर्मदा तट पर 551 पौधों का किया रोपण ,फहराया गया तिरंगा
Anuppur News। पवित्र श्रावण महीनें में पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा उद्गम मन्दिर सहित सभी मन्दिरों, आश्रमों और घरों में रुद्राभिषेक किया जाता है। इसी प्रकार से मृत्युंजय आश्रम में भी वर्षों से निरंतर रुद्राभिषेक ,महामृत्युंजय मंत्र जप के साथ अन्य अनुष्ठान होते रहते हैं। इस वर्ष भी रुद्राभिषेक के दौरान बिल्व पत्र की आवश्यक मात्रा कम पड़ने पर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज ने इसके स्थायी निदान की योजना बनाते हुए नर्मदा तट पर बेल के 108 पौधों के साथ आम, आंवला, जामुन,पीपल के 551 पौधों का रोपण करवा दिया। सभी पौधे सुरक्षित परिसर में हैं और महाराज जी ने आश्रम के स्वयंसेवकों को निर्देश दिये हैं कि पौधों का पूरा संरक्षण किया जाए।
पौधारोपण सह तिरंगा अभियान
14 अगस्त , गुरुवार को अमरकंटक के जमुनादादर मे मृत्युंजय आश्रम द्वारा महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज, योगेश दुबे , एसडीएम सुधाकर सिंह बघेल, वरिष्ठ समाजसेवी पत्रकार मनोज द्विवेदी, उमेश पाण्डेय, नायब तहसीलदार कौशलेन्द्र मिश्रा, अनिल ठाकुर, पवन तिवारी, विक्की प्रकाश द्विवेदी, देवानंद खत्री, सुनील कुशवाहा, प्रमोद अग्रवाल, उनके परिजन , ट्री वर्ड समाजसेवी संस्था के आनंद गोयल, संदीप गुप्ता, गणेश महन्त, प्रमोद चौहान, अभिषेक सिंह के साथ अमरकंटक के बहुत से गणमान्य जन, छात्र ,छात्राएं, पुजारी गणों की उपस्थिति में सुरक्षित कैंपस में बारिश के बीच बेल, आम, जामुन सहित कुल 551 पौधों का रोपण करते हुए तिरंगा अभियान चलाया गया।
लोगों को पौधे प्रदान कर दिलाया संकल्प
इससे पूर्व स्वामी हरिहरानंद जी ने वहाँ उपस्थित छात्र, छात्राओं और लोगों को पौधे प्रदान किये और उन्हे यह संकल्प दिलाया कि पौधारोपण केवल फोटो, सेल्फी, प्रचार के लिये ना हो । इन्हे लगाकर नियमित इनकी देख रेख करके इनका संरक्षण भी करेंगे । उपस्थित लोगों ने पौधारोपण कर पौधा संरक्षण का संकल्प लिया।
पौधारोपण सह तिरंगा अभियान
चूंकि पौधारोपण का कार्य स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया था। इसे ध्यान में रखते हुए स्वामी हरिहरानंद जी की अपील पर सामूहिक तिरंगा फहरा कर भारत माता की जय, नर्मदा मैया की जय, वन्दे मातरम् का उद्घोष किया गया। 15 दिवस की पूर्व संध्या पर बारिश के मौसम में नर्मदा तट पर घने बादल मानो जमीन पर उतर आए हों, ऐसे सुहावने मौसम में पौधारोपण सह तिरंगा अभियान के संचालन से लोगों में रोमांच भर आया और लोग देशभक्ति भाव से ओत प्रोत हो गये।
हाईवे निर्माण के साथ हो सघन वृक्षारोपण
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि पृथ्वी पर प्रतिवर्ष बढता तापमान आने वाली पीढी के लिये खतरनाक संकेत है। हमे पौधारोपण और इसके संरक्षण को हमारे संस्कारों से जोड़ना होगा। जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, पुत्र- पुत्री जन्म, विवाह , माता – पिता- गुरु के नाम पर पौधारोपण करें और उसका पुत्रवत संरक्षण करें। स्वामी जी ने कहा कि हाईवे निर्माण या अन्य विकास कार्यों में नष्ट हुए वृक्षों के दस गुने पौधारोपण और संरक्षण का नियम बना कर सख्ती से इसका पालन हो। उल्लेखनीय है कि अमरकंटक में इस सावन शिव जी पर अर्पित करने के लिये बिल्वपत्र की कमी महसूस करते हुए महाराज जी के निर्देश पर बिलासपुर और अन्य स्थानों से मंगवाकर 108 बेल के पौधे लगाए गये।