सेक्स स्कैंडल मामला: इस पुलिस इंस्पेक्टर की हाई कोर्ट से हुई जमानत याचिका खारिज, जमानत अर्जी में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगाया आरोप…

(देवेश साहू)
बलौदाबाजार। शहर के चर्चित हनी ट्रैपिंग सेक्स स्कैंडल मामले में तत्कालीन सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अमित तिवारी की जमानत याचिका हाईकोर्ट बिलासपुर ने खारिज कर दिया है। चीफ जस्टिस रमेश सिंहा ने जमानत याचिका पर फैसला सुनाया है। इससे पहले तत्कालीन सिटी कोतवाली थाना प्रभारी ने बलौदाबाजार कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी जिसे 15 अक्टूबर को खारिज कर दिया गया था।
“HC में अमित तिवारी के वकील की दलील: BJP कार्यकताओं पर कार्रवाई के कारण झूठे मामले में फंसाने का लगाया आरोप”
हाईकोर्ट में अमित तिवारी के वकील ने जमानत अर्जी में दलील दी है कि आवेदक(अमित तिवारी) को इस मामले में झूठा फंसाया गया है। उन्होंने आगे दलील दी है कि आवेदक एक सरकारी कर्मचारी है और उसे सिटी कोतवाली, बलौदाबाजार से जशपुर स्थानांतरित किया गया था और ज्वाइन करने के 9 महीने बाद, उसे इस मामले में झूठा फंसाया गया है। सह-अभियुक्त शिरीष पांडे के कथन के आधार पर ही वर्तमान आवेदक(अमित तिवारी) को फंसाया गया है और इसके अलावा, विधानसभा चुनाव से पहले BJP कार्यकर्ताओं को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया था। जो चुनाव से पूर्व महतारी वंदन योजना का फार्म भरवा रहे थे, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना देकर उन्हें छुड़वाने का प्रयास किया था। आवेदक अमित तिवारी ने कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा इस कारण राजनीतिक दबाव में सरकार बदलने पर भाजपाइयों द्वारा सह अपराधी शिरीष पांडे से मिलीभगत कर आवेदक को झूठे मामले में फंसाया गया है।
बाद में उन्होंने दलील दी कि सह आरोपीगण आशीष शुक्ला और शिरीष पांडे की जमानत अर्जी इस न्यायालय द्वारा एमसीआरसीए क्रमांक 549/2024 और एमसीआरसीए क्रमांक 626/2024 के साथ-साथ अन्य संबंधित मामलों में दिनांक 20.05.2024 और 14.06.2024 के आदेश द्वारा खारिज कर दी गई है, लेकिन जहां तक वर्तमान आवेदक का मामला है, उसका मामला सह आरोपी से अलग है। इसलिए वह आवेदक को अग्रिम जमानत दिए जाने की अपील की है।
“अब तक 10 लोगो की हो चुकीं है गिरफ्तारी”
मामले ने पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें वकील महान मिश्रा, रवीना टंडन ,दुर्गा टंडन ,प्रत्यूष मरैय्या, हीराकली बंजारे, पुष्पमाला फेकर, पुलिस प्रधान आरक्षक अंजोर मांझी, टिफिन व्यवसायी लक्ष्मी केशरवानी, कथित पत्रकार आशीष शुक्ल एवं पूर्व विधायक प्रतिनिधि शिरीष पांडे शामिल है।