महाविद्यालय में मनाया गया छत्तीसगढ़ रजत जयंती महापर्व

(पंकज कुर्रे)

पामगढ़ । संत शिरोमणि गुरु घासीदास महाविद्यालय पामगढ़ में छत्तीसगढ़ के गौरवशाली 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर दो दिवसीय रजत जयंती महापर्व का आयोजन किया गया।

 


कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत के रूप में संस्था के संचालक कमल जीत राय, महाविद्यालय के प्रभारी प्रचार्य सुरेन्द्र भार्गव व छ.ग. ज्ञान ज्योति उच्च. माध्य. विद्यालय के प्राचार्य दिलीप कुमार सुमन, दिनेश राय (सामाजिक कार्यकर्ता) उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर द्वीप प्रज्वलित व राजकीय गीत अरपा पैरी के धार के साथ हुआ। कार्यक्रम के प्रथम दिवस में राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र/छात्राओं द्वारा रैली/पोस्टर के माध्यम से छत्तीसगढ़ के उपलब्धियों तथा राज्य को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए लोगों को संदेश दिया गया। द्वितीय दिवस में क्विज, रंगोली, मेहंदी, भाषण, कविता प्रतियोगिता के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्षों के प्रगति, समृद्धी, संस्कृतिक, पर्यटन, जनजातीय, लोककला धरोहर को उजागर किया।

 

जिसमें सभी संकाय के छात्र/छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी को गर्व है कि हम छत्तीसगढ़ की इस सुनहरी यात्रा का हिस्सा है। आइए, हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ की तरक्की में अपना योगदान दें और इसे विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाए। प्रभारी प्राचार्य सुरेन्द्र भार्गव ने बताया कि छत्तीसगढ़, जिसे धान का कटोरा भी कहा जाता है, प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां की हरियाली, नदियां, जंगल, पर्वत, आदिवासी संस्कृति, लोकनृत्य, लोकसंगीत और पारंपरिक हस्तशिल्प पूरे देश में प्रसिद्ध है।

 

छत्तीसगढ़ का गौरव केवल उसकी सांस्कृतिक विविधता में नहीं है बल्कि यहां की लोगों की सरलता, परिश्रम और समर्पण में भी निहित है। पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, कृषि, सड़क और संचार के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां अर्जित की है। अंत मे राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सभी अतिथियों एवं छात्र/छात्राओं का सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

 

इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक/शिक्षिकाएं व सभी संकाय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।


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