1 वर्ष से सस्पेंड कर्मचारी लगा रहा न्याय की गुहार, जांच होने के बाद भी बहाली नही, शिक्षा विभाग दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर कर्मचारी 

(हेमन्त बघेल)

कसडोल। जब उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों को निलंबित किया जाता है, तब अधिकारी को अपने समयानुसार बहाल कर दिया जाता है, लेकिन जब यही हाल विभाग के सबसे कमजोर और छोटे पदों के कर्मचारी के साथ होता है तब उसे महीनों ये अधिकारी चक्कर लगवाते है, और विभाग के तमाम जिम्मेदार आंखों में पट्टी बांधकर केंवल जांच और आश्वासन का हवाला देते है, आपको बता दे कि खबर शतक.इन ने 3 माह पहले पूरे मामले को प्रमुखता से खबर का प्रसारण किया था और जिसके बाद जिम्मेदारों ने आचार संहिता खत्म होने के बाद सस्पेंड भृत्य कर्मचारी को बहाली करने की बात कही गई थी लेकिन आचार संहिता खत्म होने के बाद भी उक्त कर्मचारी के अच्छे दिन नही आ सके है। गौरतलब है कि निलंबन अवधि के दौरान ही उक्त कर्मचारी अपनी पुत्री का विवाह किया था जिसमें बैंकों से लोन लेकर विवाह संपन्न हुआ था लेकिन अब शिक्षा विभाग का यह कर्मचारी लोन से दबे होने के साथ कर्ज में डूबा हुआ है। जिससे कर्मचारी की कमर टूट चुकी है। इधर उक्त कर्मचारी लगातार विभाग के चक्कर काटने को मजबूर है।

*यह था मामला*

विकासखंड कसडोल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कटगी में भृत्य के पद पर पदस्थ रहें शंकर लाल यादव ने जबरजस्ती मुद्दा बनाकर निलंबित करने का आरोप लगाया था निलंबित शंकर लाल यादव ने बताया कि बीते 14 जुलाई 2023 को जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा सूचना मिला कि कटगी स्कूल के प्राचार्य से दुर्व्यवहार किये जाने एवं कर्तव्य में लापरवाही बरते जाने के कारण प्राचार्य के प्रतिवेदन पर कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कसडोल में व्यवस्था किया गया था। लेकिन कार्यव्यहार में कोई सुधार नहीं होने के कारण शाला में शान्ति व्यवस्था में बाधा उत्पन्न होने का लेख करते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुऐ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विपरीत होने से छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत निलंबित किया गया है। लेकिन मैं छोटा कर्मचारी होने के कारण मुझे केवल घुमाया जा रहा है, जबकि इतने समय तक विकासखंड कसडोल में किसी भी भृत्य को निलंबित नही किया गया है। इधर जांच किए अधिकारी एबीईओ अरविंद ध्रुव ने मार्च में मीडिया से कहा था कि जांच अधिकारी मुझे बनाया गया था पूरी रिपोर्ट मैंने 20 फरवरी 2024 को डीईओ को सौंप दिया है। जिसकी पावती भी मौजूद है, अब आगे की कार्रवाई डीईओ सर करेंगे। हालांकि जांच अधिकारी ने भी कहा कि जांच में जो आरोप लगाया गया है, उसकी पुष्टि नही हुई है। इधर श्री यादव ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व जब डीईओ कार्यालय में जांच प्रतिवेदन देने के बाद बहाली की बात की तो डीईओ कार्यालय में मौजूद कर्मचारी द्वारा रिपोर्ट नही देने की बात कही गई। जबकि अब श्री यादव के पास जांच रिपोर्ट सौंपने का पावती भी मौजूद है, अब देखना होगा कि श्री यादव को बहाली का न्याय कब मिलता है।

इनका कहना है।

जांच रिपोर्ट एबीईओ द्वारा फरवरी में डीईओ कार्यालय में दे दिया गया है। बहाली की कार्रवाई डीईओ करेंगे। श्री यादव कार्यालय आते है, समस्या तो है उनके साथ।

रमाकांत देवांगन, बीईओ, कसडोल

आचार संहिता के कारण बहाली की कार्रवाई नही हो सका था मैं दिखवा लेता हूँ।

हिमांशु भारती, डीईओ, बलौदाबाजार

आपके माध्यम से जानकारी मिल रहा है, विभाग के छोटे कर्मचारी को परेशान नही करना चाहिए। मैं डीईओ से बहाली की कार्रवाई के लिए कहता हूँ।

संदीप साहू, विधायक, कसडोल

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