शास उमावि खुरसुला में शिक्षक दिवस मनाया गया

(मदन खाण्डेकर)

गिधौरी।  शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खुरसुला में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम संस्था प्राचार्य रामसहाय डडसेना, भारत राम बंजारे, हरेंद्र कुमार शांडिल्य वरिष्ठ व्याख्याता द्वारा मां सरस्वती के काष्ठ प्रतिमा एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर, पुष्प अर्पित कर तथा श्रीफल तोड़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। देश के शिक्षाविद एवं राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जयंती को प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। यशप्रभा साहू, चांदनी साहू कक्षा 12 वीं विज्ञान के द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का मंच संचालन गोपाल 12 वीं विज्ञान द्वारा किया गया। छात्र छात्राओं ने सभी शिक्षकों को तिलक लगाकर पुष्पगुच्छ के साथ उपहार स्वरूप पेन भेंट किए। प्राचीन काल से ही गुरू का महत्व है शिक्षक ईश्वर तक पहुंचाने में हमें मार्ग प्रशस्त करता है। गुरू के बिना हम ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकते।शिक्षक का समाज में सर्वोच्च स्थान होता है। करन कक्षा 11वीं विज्ञान द्वारा शिक्षा पर सारगर्भित भाषण दिया गया। पूर्व माध्यमिक के छात्राओं द्वारा सुआ लहकत हे डार म नृत्य की प्रस्तुति दी गई।बच्चों द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर गीत, कविता, भाषण प्रस्तुत किए। लीलेश कुमार राजेश व्याख्याता ने सत्यम शिवम् सुंदरम गीत पर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिए। हरेंद्र कुमार शांडिल्य व्याख्याता ने शिक्षा एवं शिक्षक के महत्ता पर प्रकाश डाला। संस्था प्राचार्य रामसहाय डडसेना द्वारा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन का वर्णन करते हुए शिक्षा तथा शिक्षक के महत्व एवं बच्चों को हमेशा गुरू का सम्मान करने तथा गुरू के बताए मार्ग में चलने,अनुशासन का पालन करने की बात कहते हुए आभार प्रदर्शन कर कार्यक्रम समापन की घोषणा किए। बाल संसद के सभी पदाधिकारियों तथा बच्चों द्वारा सभी शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था किए थे।इस अवसर पर भारत राम बंजारे, हरेंद्र कुमार शांडिल्य, श्यामलाल नवरत्न, सालिक राम साहू,मदन लाल तोमर, लीलेश कुमार राजेश, हर्षवर्धन रत्नेश,महेंद्र कुमार चतुर्वेदी, सुरेश कुमार रात्रे, सोहन लाल डडसेना,निर्मल कुमार खुटे, कुसुमलता ठाकुर, गेवरचंद डडसेना उपस्थित रहे।

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