पशुओं को बीमारी से बचाने लगाया जा रहा टीका, 1 जून से प्रारंभ है कार्य

(मिथलेश वर्मा)
सुहेला। राज्य सरकार की एनिमल प्रिवेंशन एंड कंट्रोल डीसिस अभियान के तहत पशुओं को होने वाली खतरनाक बीमारी गलघोटू एक टंगिया से बचाने के लिए चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान। यह मवेशियों गाय, बैल, भैस को होने वाली खतरनाक बीमारी है जिसमे बचाव ही इलाज बताया गया है ग्राम में मुनादी कराकर अभियान पशु चिकित्सक एवम कर्मचारियों द्धारा चलाया जा रहा है, सुहेला में टीकाकरण अभियान चल रहा है जहां अधिकारी कर्मचारी घर घर जाकर टीकाकरण कर रहे हैं । पशु चिकत्सालय नवापारा के अतिरिक्त उप संचालक विजय वर्मा ने दूरभाष पर बताया कि गलघोटू एक टांगिया का टीका लगा रहे हैं कंबाइन वैक्शन है जो दो बीमारी का एक साथ है, यह अभियान 1 जून से चालू है दो क्षेत्र को देख रहा हूँ जिसमें सुहेला औषधालय क्षेत्र में 13 गांव है नयापारा क्षेत्र में 10 गांव है छुटे हुए जनवरो को रेखा छेका में लगाया जाएगा अभी गांव में कोटवार से मुनादी कराकर घर घर जाकर टीकाकरण किया जा रहा है अभी तक लगभग 14 गावों में टीकाकरण हो चूका है अभी नियमित टीकाकरण कार्य चल रहा है गलघोटू एक टंगिया बीमारी से जानवर की मृत्यु हो जाती है, बीमार जानवर तुरंत खत्म हो जाता है बचाव ही इलाज है ट्रीटमैन करने में 2000से 2500 तक खर्च हो जाता है उसमे भी बचना मुश्किल हो जाता है टीकाकरण करने से बीमारी से बचे रहते है जानवर सुरक्षा हो जाता है गाय बैल भैंस को लगाया जा रहा गाभिन गाय को नहीं लगाते , यह टीकाकरण पूर्णतः निःशुल्क है। पशु चिकित्सक अधिकारियों एवम कर्मचारियों की मांग है की जहां भी मुनादी होता है वहां पर पशुधन की सुरक्षा के लिए पशुधन को लाभ मिल सके पशु हानि से बच सके इसलिए टीकाकरण अभियान में सहयोग प्रदान करें।