बारनवापारा अभ्यारण के अंदर मुरूम की चोरी कर बनाया जा रहा WBM सड़क, WBM सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार, पेटी में चल रहा सड़क निर्माण, आखिर कौन है जिम्मेदार!

(हेमन्त बघेल)

बलौदाबाजार। जिले के वनमंडल अंतर्गत बारनवापारा अभ्यारण में वन परिक्षेत्र अधिकारी के संरक्षण में अभ्यारण के अंदर अवैध मुरुम का खनन कर WBM सड़क का निर्माण किया जा रहा है।(Water Bound Macadam) सड़क निर्माण के लिए वनपरिक्षेत्र बारनवापारा से लगे गांव हरदी कक्ष क्रमांक 163 से मुरुम का खनन किया जा रहा है।

 

एक तरफ वनविभाग अभ्यारण से बिना परमिशन पत्ता नहीं हिलने की नशीहत देते रहते हैं मगर दूसरी तरफ खुद वनविभाग ही अभ्यारण के अंदर खनन कराकर खनिज विभाग को लाखों रुपयों का चूना लगाकर रॉयल्टी के पैसे बचा कर अपना जेब भर रहे हैं। खबर शतक डॉट इन की टीम जब मौके पर पहुँचा तो पता चला कि पूरा खनन कार्य बारनवापारा अभ्यारण में पदस्थ डिप्टी रेंजर गोपाल वर्मा के इशारों पर हो रहा है।

 

यहां 1 जेसीबी, 2 हाईवा, 2 ट्रैक्टर के माध्यम से खनन कर परिवहन किया जा रहा था। दरअसल बारनवापारा में 2 किलोमीटर लम्बा WBM सड़क का निर्माण किया किया जा रहा है। आपको बताते चले कि WBM सड़क कार्य में मुरुम, मिट्टी और गिट्टी का उपयोग किया जाता है। इसके लिए शासन द्वारा प्रति किलोमीटर 10 लाख रुपयों की राशि स्वीकृति किया जाता है। जो अब इस राशि को बढ़ा दिया गया है।

बारनवापारा अभ्यारण के अंदर मुरूम की चोरी कर बनाया जा रहा WBM सड़क, WBM सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार, पेटी में चल रहा सड़क निर्माण, आखिर कौन है जिम्मेदार!
बारनवापारा अभ्यारण के अंदर मुरूम की चोरी कर बनाया जा रहा WBM सड़क, WBM सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार, पेटी में चल रहा सड़क निर्माण, आखिर कौन है जिम्मेदार!

 

लेकिन बारनवापारा सेंचुरी में बाहर से मटेरियल लाने के बजाय सेंचुरी के अंदर स्वयं वनविभाग खनन कर मुरुम की चोरी कर विभागो की नियमो का धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिस जमीन पर खनन किया जा रहा है।

उस जमीन को शासन ने मायाराम सेन को वन अधिकार पट्टा दिया है जो कि बारनवापारा अभ्यारण के अधीनस्थ है। अभ्यारण के अंदर कही भी न खनन किया जाता न पेड़ो की कटाई होती यहां तक बिना अनुमति यहां किसी भी कार्य करने पर कार्यवाही हो सकती है लेकिन जिनको अभ्यारण की सुरक्षा करने जिम्मेदारी मिली हुई है वही अभ्यारण के अंदर अवैध तरीके से खनन करा का नियमो का उलंघन कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

 

यह है पूरा मामला
बारनवापारा अभ्यारण से देवपुर जाने वाली मार्ग पर 2 किलोमीटर लंबा wbm सड़क निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क निर्माण कार्य में वनविभाग के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है शासन के नियमों को ताक पर रख wbm सड़क निर्माण कार्य जारी है। आपको बताते चले कि Wbm सड़क निर्माण जब किया जाता है तब सबसे पहले सड़क पर अच्छे से सफाई किया जाता है, उसके बाद (सब ग्रेड बेस लेयर) को मजबूत करने के लिए बाहर से मिट्टी लाकर डाला जाता है मुरूम डाला जाता है।

यदि सब ग्रेड कमजोर है तो उसके उपर (सोलिंग लेयर) में पत्थरों का उपयोग किया जाता है जिसका साइज 10 से 25 सेंटीमीटर का बड़े पत्थरों का उपयोग किया जाता है। पत्थर डालने के बाद इसके उपर रोलर चलाया जाता है और अच्छे तरीके से पानी डाला जाता है जिसके बाद आता है (वेयरिंग लेयर) वेयरिंग लेयर का 7 से 10 सेंटीमीटर तक हाइट होता है इसमें छोटे छोटे पत्थरों का उपयोग किया जाता है और यही लेयर की वजह से इसका नाम वाटर बॉउंड मकड़म पड़ा है

और यह बहुत ही महत्त्वूर्ण हैं इसके बाद आता है रोलिंग कांपैक्शन इस लेयर में wbm सड़क पर ज्यादा मात्रा में पानी डालने की जरूरत होती हैं साथ में लगातार रोलर चलाया जाता है इससे तीनो लेयर मिक्स हो जाता है जिससे सड़क मजबूत बनता है। इसके बाद इसको मेंटेनेश किया है जब कोई इस सड़क पर वाहन चले तो धूल न उड़े। मगर बारनवापारा में ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों के मिली भगत से केवल wbm सड़क पर मुरूम की लेयर डाला गया है और ओ भी सैंचुरी के अंदर चोरी करके। तो यहाँ सीधा सीधा जंगल के अधिकारी जंगल को लूटने में कोई कसर नही छोड़ रहे है।

इनका कहना है।

आप व्हाट्सएप में फोटो भेज दीजिए देख कर बताता हूँ।
मयंक अग्रवाल, वनमंडलाधिकारी, बलौदाबाजार

जब इस संबंध में जानकारी लेने के लिए वनपरिक्षेत्र अधिकारी सुनील खोबरागड़े से संपर्क किया गया तो उनका मोबाईल स्विट्च ऑफ रहा।

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