कोयलांचल क्षेत्र के भिन्न-भिन्न स्थानों पर योगाभ्यास कर मनाया गया योग दिवस

(संजीत सोनवानी)
बिजुरी। शुक्रवार 21 जून को समूचे विश्वभर में 10 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। यही कारण है कि कोयला उत्पादन कि नगरी कहे जाने वाले आदिवासी बाहुल्य बिजुरी क्षेत्र के भिन्न-भिन्न स्थानों पर भी विभिन्न जनप्रतिनिधियों सहित आम आवाम सुबह-सुबह ही योग करते नजर आए। योगाभ्यास के दौरान लोगों ने योग के भिन्न-भिन्न मुद्राओं को कर, ना केवल खुद को तरोताजा पाया। बल्कि पहली बार योगाभ्यास में शामिल हुए लोगों ने इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने का भी निर्णय लिया।
नित्य योग करने से शरीर रहता है स्वास्थ्य-
दैनिक जीवन में योग का विशेष महत्व होता है योग करने से ना केवल इंसान खुद को तरोताजा पाता है। बल्की प्रतिदिन नियत रूप से योगाभ्यास करने से शरीर स्वास्थ्य एवं सुडौल भी होता है। यही कारण है। कि योगाभ्यास का महत्व मानव जीवन में विशेष होता है।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक योग को दिलाया पहचान-
21 जून को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में योग का प्रचार-प्रसार हमारे देश के प्रधानमंत्री ने किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ही योग दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने रखा था। जिसे 117 देशों ने अपना समर्थन दिया। जिसके बाद से ही समूचे विश्वभर में योग दिवस मनाया जाने लगा। हर वर्ष इसी दिन प्रधानमंत्री मोदी भी खुद कार्यक्रम में शामिल होकर न सिर्फ योग करते हैं, बल्कि औरों को भी योग करने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं।