दुर्ग रेलवे स्टेशन पर लगी डॉ. अम्बेडकर की तस्वीर हटाया, मचा बवाल, भारी प्रदर्शन के बाद हुई FIR, तत्काल प्रभाव से निलंबित भी.. पढ़िए विस्तार से खबर
(पंकज कुर्रे)
दुर्ग। छतीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में वर्षों से लगे विश्वरत्न डॉ.बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर को महिला मुख्य टिकिट निरीक्षक ने हटाकर कचरे के डिब्बे में डाल दिया था। जिसे एक महिला सफाईकर्मी ने देखते ही इसका विरोध करने लगी। यह बात आग की तरह क्षेत्र में फ़ैल गई।
देखते ही देखते बड़ी संख्या भीम अनुयायी मौके पर पहुँच गए। जिसके बाद बाबा साहेब के अनुयायियों ने स्टेशन में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और आरपीएफ थाना पहुंच लिखित शिकायत दर्ज करवाकर एफ आई आर दर्ज करवाने की अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किए।
समाज के लोगों ने मांग की है कि ऐसी हरकत करने वाली महिला चीफ टिकट इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड किया जाए। 2 दिन के आश्वाशन के बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर हंगामा शुरू हुआ । जो रुकने का नाम नहीं लिया ।
जिसके बाद आख़िरकार FIR दर्ज़ करना पड़ा। जिसके बाद प्रशासन ने आरोपी मुख्य टिकट निरीक्षक वीपी नायडू को निलंबित का आदेश जारी किया हैं।
यह है पूरा मामला
संविधान निर्माता डॉ.भीमराव आंबेडकर की 133 वीं जयंती के दिन दुर्ग रेलवे के मुख्य टिकट निरीक्षक वीपी नायडू ने स्टेशन की दीवार पर वर्षों से लगी आंबेडकर की तस्वीर निकाल कर कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया था।
सीटीआई वीपी नायडू से सफाई कर्मियों ने आपत्ति जताई, तो फिर से फोटो को उठाकर उसी जगह पर लगा दिया गया। इस घटना की जानकारी जंगल की आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गई। लोग मुख्य टिकट निरीक्षक वीपी नायडू मैडम के भेदभाव पूर्ण रवैये से आक्रोशित हो गए।
और कार्रवाई की मांग करने लगे। अंबेडकर के अनुयायी मंगलवार दोपहर स्टेशन पहुंचे।
जहां विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मोहन नगर की प्रोबेशनर डीएसपी आकांक्षा पांडेय भी स्टेशन पहुंची। उसके बाद उन्हें शिकायत लेकर भेज दिया गया।
काफी देर बाद जब एफआईआर नहीं हुआ तो रात में सभी मोहन नगर थाने पहुंच गए। देर रात थाने में घेराव जैसा माहौल बन गया।
बुधवार को भारी संख्या में अंबेडकर के अनुयायी कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां से दुर्ग स्टेशन और जीआरपी थाने के सामने जमकर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए।
इस दौरान हजारों की संख्या वहां पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसे देखते हुए स्टेशन में तनाव की स्थिति बन रही है।
उनकी मांग थी कि सीटीआई वीपी नायडू को सस्पेंड कर उस पर एफआईआर दर्ज की जाए।
देर शाम पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
मामले में लोगों के बढ़ते दबाव व विभिन्न संगठनों के आंदोलन की चेतावनी के बाद अंतत: प्रशासन ने मुख्य टिकट निरीक्षक वीपी नायडू मैडम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।